राज प्रसारित इलेक्ट्रॉनिक सोशल मिडिया नेटवर्क मध्ये आपले सहर्ष स्वागत आहे प्रकाशित होणारे समाचार विशेष स्वरूपातिल राजकीय राष्ट्रीय पर राष्ट्रीय व शासकीय निम्म शासकीय घडामोडी विषय वार्ता प्रदर्शित - वृत्त सेवा तसेंच अन्याय अत्याचार अफरा तफर निर्भीड पने प्रसारण करणारे मराठी भाषातिल प्रसारित होणारे वार्ता पत्र आपल्या परिसरातील दैनंदिन घडणाऱ्या घडामोडी साठी संपर्क करा ☎️ +919730 595 775

Saturday, November 16, 2024

१० ते ११ डिसेंबर २०२४ रोजी दिल्लीत इपीएस ९५ पेन्शनर्स बचाओ आंदोलन


- श्रीरामपूर - प्रतिनिधी -/ वार्ता -
दिनांक ११ व १२ नोव्हे. २०२४ रोजी इपीएस पेन्शनधारकांच्या राष्ट्रीय झूम मिटिंग बैठकीत झालेल्या निर्णयाप्रमाणे केंद्र सरकारकडून १० ते १२ वर्षापासून इपीएस पेन्शनधारकांचा पेन्शनवाढीचा प्रलंबित प्रश्न मार्गी लागला नाही.लवकरच प्रश्न मार्गी लागेल अशी आश्वासने कामगार मंत्री, अर्थमंत्री यांचेकडून फक्त मिळत आहेत.महाराष्ट्र विधानसभा निवडणूकपूर्वी निर्णय होईल अशी अपेक्षा होती.अद्याप निर्णय न झाल्याने आता नवी दिल्ली येथे पेन्शनधारकांचे देशव्यापी आंदोलन दि.१० ते ११ डिसेंबर रोजी रामलीला मैदान येथे पेन्शनर बचाओ अभियान अंतर्गत न्याय हेतू संघर्ष कार्यक्रम राष्ट्रीय संघर्ष समिती राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोकराव राउत यांच्या नेतृत्वाखाली देशव्यापी धरणे व आमरण उपोषण आंदोलन आयोजित करण्यात आले आहे अशी माहिती पश्चिम भारत संघटक सुभाष पोखरकर यांनी श्रीरामपूर येथे दिली. दिनांक २१ नोव्हे.रोजी सीबीटी बैठकीच्या वेळी निवेदने देण्यात येतील.१ डिसेंबर रोजी आगामी लोकसभा अधिवेशनमुळे सर्व मंत्री व सर्व खासदार यांच्या स्थानिक कार्यालयासमोर ३ तास बैठा मूक सत्याग्रह व निवेदन देणे होईल. दि ९ डिसेंबरला दिल्लीत समितीची केंद्रीय कार्यकारिणी बैठक, होईल. त्यामुळे सर्व पेन्शनधारकांनी अगोदर रेल्वेचे रिझर्वेशन करून आंदोलनात एकजुटीने सहभागी व्हावे.असे आवाहन केले आहे.दिल्लीत संसद अधिवेशनवेळी विविध कामगार प्रश्नी २५ नोव्हे,२ डिसेंबर,९ व १६ डिसे.रोजी व राज्यसभेत २६ नोव्हे.व ५,१२,१९ डिसे.रोजी राज्यसभेत उत्तरे,चर्चा होईल.त्यात नगर जिल्ह्याचे खासदार प्रश्न उपस्थित करतील.गोवा राज्यातील पेन्शनधारकांचा राज्यस्तरीय मेळावा २४ डिसेंबर रोजी सकाळी १० वाजता जय संतोषी माता मंदिर सभामंडप न्यू वाडेम,वास्को द गामा गोवा येथे आयोजित करण्यात आली आहे.दिल्ली डिसेंबरच्या आंदोलनात सहभागी व्हावे असे आवाहन सुभाष पोखरकर व सहकारी पदाधिकारी महाराष्ट्र राज्य,यांनी केले आहे.

=================================
-----------------------------------------------
*वृत्त विशेष सहयोग*✍️✅🇮🇳...
ज्येष्ठ पत्रकार बी.आर.चेडे - शिरसगांव 
-----------------------------------------------
=================================

=================================
-----------------------------------------------
*संकलन*💐✅🇮🇳...
समता मिडिया सर्व्हिसेस श्रीरामपूर - 9561174111
-----------------------------------------------
=================================

Friday, November 15, 2024

गुरुनानक जयंती महोत्सव15 नवंबर 2024 पर विशेष

सतगुरु नानक प्रगटिया मिटी धुंध जग चानण होआ, वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह - श्रद्धा भाव से आंखें बिछाए भक्तगण के नयन तृप्त हुए ,पूरी दुनियां में गूंजा,धन गुरु नानक सारा जग तारिया- प्रकाशोत्सव की पावन बेला से जग पवित्र हुआ - एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र

गोंदिया - वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियां में सतगुरु नानक प्रगटिया मिट्टी धुंध जग चानण होआ, नानक नाम चढ़दी कला तेरे भाणे सरबत दा भला के संदेश के साथ पूरे विश्व में स्थित सभी गुरुद्वारे सिख धर्म के पहले गुरु और संस्थापक श्री गुरुनानक देव जी महाराज का 555 वें प्रकाशोत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। इस पावन मौके पर सिख, सिंधी समुदाय के अलावा अन्य समुदाय के लोग भी माथा टेकने गुरुद्वारा पहुंच रहे है। हालांकि प्रकाशपर्व को लेकर अनेक दिनों से चल रहेप्रभातफेरी उपरांत जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे लगाते हुए गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में हर नगर कीर्तन की तरह प्रभातफेरी निकाली गई है। सिखों के पहले पातशाह श्री गुरु नानक देव जी महाराज, जिनका नाम लेने मात्र से मानो आत्मिक शांति का अहसास होने लगता है। श्री गुरु नानक देव जी सिखों के ही नहीं, अपितु समस्त मानव जाति के लिए आदर्श हैं। उनकी शिक्षाएं, उनके विचार और उनके कर्म आज हर मनुष्य को प्रकाश के मार्ग पर ले जाते हैं। गुरु साहब ने अपना पूरा जीवन लोक भलाई के लिए समर्पित कर दिया। चूंकि दिनांक 15 नवंबर 2024 को हम वैश्विक स्तरपर बाबा गुरु नानक देवजी का प्रकाशोत्सव मना रहे हैं, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, पूरी दुनियाँ में गूंजा धन गुरु नानक सारा जग तारिया - सतगुरु नानक प्रगटिया मिटी धुंध जग चानण होआ,पावन बेला से जग पवित्र हुआ। 
साथियों बात कर हम बाबा गुरु नानक देव के पावन जन्म की करें तो, बाबाजी का जन्म एक खत्रीकुल में रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नामक गाँव (अभी पाकिस्तान में पंजाब प्रान्त में जिसका नाम आगे चलकर ननकाना पड़ गया) में कार्तिकी पूर्णिमा को हुआ था।कुछ विद्वान इनकी जन्मतिथि 15 अप्रैल 1469 मानते हैं, किंतु प्रचलित तिथि कार्तिक पूर्णिमा ही है, जो अक्टूबर-नवंबर में दीवाली के 15 दिन बाद पड़ती है। उनके पिता का नाम मेहता कालू और माता का नाम तृप्ता देवी था, जबकि बहन बेबे नानकी थीं।गुरु साहिब बचपन से ही प्रखर बुद्धि के स्वामी थे। लड़कपन से वे सांसारिक मोहमाया के प्रति काफी उदासीन रहा करते थे। पढ़ने-लिखने में बिल्कुल भी रुचि नहीं थी, लेकिन उनका सारा समय आध्यात्मिक चिंतन और सत्संग में व्यतीत होता था। उनके बाल्यकाल में कई ऐसी चमत्कारी घटनाएं हुई, जिसके बाद लोग उन्हे दिव्य शख्सियत मानने लगे। 
साथियों बात अगर हम बाबा गुरु नानक देव के बाल्यापन से युवापन की करें तो, बाबाजी का मन पढ़ने में नही लगता था, हालाँकि वे तेज बुद्धि के थे। उन्होंने 7-8 साल की उम्र में ही स्कूल छोड़ दिया था। उनका ध्यान शुरुआत से ही आध्यात्म की तरफ था,तत्पश्चात् सारा समय वे आध्यात्मिक चिंतन और सत्संग में व्यतीत करने लगे। आगे चलकर इनका विवाह सोलह वर्ष की आयु में गुरदासपुर जिले में लाखौकी नामक स्थान की कन्या सुलक्खनी से हुआ था। 32 वर्ष की अवस्था में इनके प्रथम पुत्र श्रीचंद का जन्म हुआ था और चार वर्ष पश्चात् दूसरे पुत्र लखमीदास का जन्म हुआ था। नानक का मन गृहस्थी में नही लगा इसलिए उन्होंने 1507 में अपने दोनों पुत्रों और पत्नी को अपने श्वसुर के घर छोड़ दिया और अपने चार साथियों रामदास मरदाना, लहना, बाला के साथ तीर्थ यात्रा पर निकल पड़े। साथियों बात अगर हम बाबा गुरु नानक देव के दर्शन आधारशिला की करें तो, नानक देव जी के दर्शन की आधारशिला यह है कि वे सर्वेश्वरवादी थे।जिसका मतलब होता है कि ईश्वर सब जगह है अर्थात संसार के सभी तत्त्वों, पदार्थों और प्राणियों में ईश्वर विद्यमान है एवं ईश्वर ही सब कुछ है।नानक जी मूर्ती पूजा के विरोधी थे इसके अलावा उन्होंने हिंदू धर्म में फैली कुरीतिओं का सदैव विरोध किया था। उन्होंने एक परमात्मा की उपासना के मार्ग को बताया था, यही कारण है कि उनके विचारों को हिंदु और मुसलमान दोनों धर्मों के लोगों ने पसंद किया जाता है।संत साहित्य में नानक उन संतों की श्रेणी में हैं। हिंदी साहित्य में गुरुनानक भक्तिकाल के अतंर्गत आते हैं और वे भक्तिकाल में निर्गुण धारा की ज्ञानाश्रयी शाखा से संबंध रखते हैं। 
साथियों बात अगर हम सतगुरु नानक प्रगटिया मिटी धुंध की करें तो, सतगुरु नानक प्रगट्या, मिटी धुंध जग चानन होया, कलतारण गुरु नानक आया, ज्यों कर सूरज निकलया तारे छपे अंधेरपोलावा। गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर यह शबद गुरुद्वारों में गूंजायमान हो रहे हैं। कथा वाचक अपनी वाणी व रागी ढाडी जत्थे अपने कीर्तन से गुरु की महिमा का जो बखान कर रहे हैं,उसे गुरु घर में पहुंची संगत आस्था के समंदर में गोते लगा रही है। पूरे विश्व के गुरुद्वारों में जहां हजारों की तादाद में संगत माथा टेकने को उमड़ रही है। संगत ने जोड़ा घर, लंगर व बर्तन की सेवा कर रही है। पवित्र सरोवर के पानी से खुद को पवित्र कर रही है। बता दें श्री गुरुनानक देव जी का जीवन सदैव समाज के उत्थान में बीता। उस समय का समाज अंधविश्वासों और कर्मकांडों के मकड़जाल में फंसा हुआ था।ऐसे जटिल दौर में गुरुनानक देवजी ने प्रकट होकर समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाने का जो काम किया, उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। श्री गुरुनानक देव जी ने अपने उपदेशों में निरंकार पर जोर दिया। उन्होंने कहा धार्मिक ग्रंथ का ज्ञान ऐसी नैया है, जो अंधविश्वास के भवसागर से पार उतारती है। ये ज्ञान हमें निरंकार के देश की तरफ लेकर जाता है, जिसके समक्ष सिख आज भी नतमस्तक होते हैं।सिखमत का आगाज़ ही एक से होता है। सिखों के धर्म ग्रंथ में एक की ही व्याख्या है। एक को निरंकार, पारब्रह्म आदि नामों से जाना जाता है। निरंकार का स्वरूप श्रीगुरुग्रंथ साहिब की शुरुआत में बताया है जिसे आम भाषा में गुरु साहिब के उपदेशों का मूल मन्त्र भी कहते हैं। यह ग्रंथ पंजाबी भाषा और गुरुमुखी लिपि में है। इसमें मुख्यत:कबीर, रैदास और मलूकदास जैसे भक्त कवियों की वाणियाँ सम्मिलित हैं।
साथियों बात अगर हम बाबा जी की चार उदासियों की करें तो, गुरु साहिब चारों दिशाओं में घूम-घूम कर लोगों को उपदेश देने लगे। 1521 ईस्वी तक उन्होंने चार यात्रा चक्र पूरे किए, जिनमें भारत, अफगानिस्तान, फारस और अरब के मुख्य स्थान शामिल थे। इन यात्राओं को पंजाबी में उदासियाँ के नाम से जाना जाता है। गुरु नानक देव जी मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं रखते थे। नानक जी के अनुसार ईश्वर कहीं बाहर नहीं, बल्कि हमारे अंदर ही है। उन्होंने हमेशा ही रुढ़ियों और कुरीतियों का विरोध किया। उनके विचारों से नाराज तत्कालीन शासक इब्राहिम लोदी ने उन्हें कैद तक कर लिया था। पानीपत की लड़ाई में इब्राहिम लोदी हार गया और राज्य बाबर के हाथों में आ गया, तो उन्हें कैद से मुक्ति मिली।
साथियों बात अगर हम बाबा जी के जीवन की आखिरी सांस तक लोग भलाई के काम करने की करेंतो,जीवन के अंतिम दिनों में गुरु साहिब के लोकहित में किए गए कामों की प्रसिद्धि हवा में घुलती फूलों की महक की तरह हर तरफ फैल चुकी थी। अपने परिवार के साथ मिलकर वे मानवता की सेवा में पूरा समय व्यतीत करने लगे।उन्होंने करतारपुर नाम से एक नगर बसाया, जो अब पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है।अपनी चार उदासियों के बाद गुरुनानक देव जी 1522 में करतारपुर साहिब में बस गए। उनके माता-पिता का परलोक गमन भी इसी जगह पर हुआ था।करतारपुर साहिब में ही गुरुनानक साहिब ने सिख धर्म की स्थापना की थी। उन्होंने रावी नदी के किनारे सिखों के लिए एक नगर बसाया और यहां खेती कर नाम जपो, किरत करो और वंड छको का उपदेश दिया। करतारपुर साहिब में उन्होंने अपने जीवन के आखिरी 17 साल बिताए। यहीं पर 22 सितंबर 1539 ईस्वी को उन्होंने समाधि ले ली। ज्योति ज्योत समाने से पहले गुरु साहिब ने शिष्य भाई लहना को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जो बाद में गुरु अंगद देव जी के नाम से जाने गए। 
साथियों बात अगर हम बाबा जी के चार मित्रों की करें तो, सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरुनानक देवी जी के चार शिष्य थे। यह चारों ही हमेशा बाबाजी के साथ रहा करते थे। बाबाजी ने अपनी लगभग सभी उदासियां अपने इन चार साथियों के साथ पूरी की थी। इन चारों के नाम हैं-मरदाना लहणा,बाला और रामदास के साथ पुरी की थी।कहते हैं कि 1499 में उनकी सुल्तानपुर में मुस्लिम कवि मरदाना के साथ मित्रता हो गई। मरदाना तलवंड से आकर यहीं गुरु नानक का सेवक बन गया था और अन्त तक उनके साथ रहा। गुरु नानक देव अपने पद गाते थे और मरदाना रवाब बजाता था। मरदाना ने गुरुजी की चार प्रमुख उदासियों में उनके साथ यात्रा की। मरदाना ने गुरुजी के साथ 28 साल में लगभग दो उपमहाद्वीपों की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने तकरीबन 60 से ज्यादा प्रमुख शहरों का भ्रमण किया। जब गुरुजी मक्का की यात्रा पर थे तब मरदाना उनके साथ थे।गुरुजी के दो और शिष्य थेजिसका नाम बाला और रामदास था। मरदाना, बाला और रामदास तीनों ने ही गुरुजी की उदासियों में उनका साथ दिया और वे हरदम उनकी सेवा में लगे रहे।लहना नाम के भी गुरुजी के एक प्रसिद्ध शिष्य थे। कहते हैं कि लहना जी माता रानी ज्वालादेवी के परमभक्त थे। एक दिन उन्होंने गुरुनानक के एक अनुयायी भाई जोधा सिंह खडूर निवासी से उन्होंने गुरुनानक के शबद सुने और वे उससे बहुत ही प्रभावित हुए और वे बाबाजी से मिलने जा पहुंचे। भाई मरदाना वो मुस्लिम घर में पैदा हुए थे बाबा नानक जहां भी कहीं बाहर यात्राओं पर गए, भाई मरदाना हमेशा उनके साथ रहे। गुरबाणी के संगीत में उनकी गहरी छाप है। कहा जाता है कि जब तक भारत का बंटवारा नहीं हुआ था, तब तक पाकिस्तान के ननकाना साहिब और करतारपुर के गुरु ग्रंथ दरबार साहिब गुरुद्वारे में गुरबाणी पर संगीत की थाप उनके वंशज ही करते थे। नानक और मरदाना एक ही गांव में पैदा हुए। ये तलवंडी में हुआ, जो अब पाकिस्तान के ननकाना साहिब में है। तब गांवों में आमतौर पर हिंदू-मुसलमानों के बीच कोई खाई नहीं थी। सब मिलजुलकर रहते थे करीब 300 -400 साल पहले हमारी सामाजिक संरचना यूं भी खासी अलग और भाईचारे वाली होती थी।नानक और मरदाना दोनों बचपन के दोस्त थे। हालांकि मरदाना बड़े थे। ऐसे भी बचपन की दोस्ती ना तो धर्म की दीवारों को मानती है और ना ही ऊंच-नीच को नानक बड़े और अमीर खानदान से वास्ता रखते थे तो मरदाना उस मुस्लिम मरासी परिवार से ताल्लुक रखते थे, जो गरीब थे और जिनका ताल्लुक संगीत के साजों से था।राम दी चिड़िया, राम दा खेत चुग लो चिड़ियो, भर-भर पेट।। यह लिखी गयी दो लाइन्स गुरुनानक जी की जिंदगी भर की फिलोसोफी को बयां कर देतीं हैं।
अतः अगर हम पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि गुरु नानक जयंती महोत्सव15 नवंबर 2024 पर विशेष-सतगुरु नानक प्रगटिया मिटी धुंध जग चानण होआ।वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह श्रद्धा भाव से आंखेंबिछाए भक्तगण के नयन तृप्त हुए.पूरी दुनियां में गूंजा,धन गुरु नानक सारा जग तारिया-प्रकाशोत्सव की पावन बेला से जग पवित्र हुआ।
<^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^>
±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±
÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷
*संकलनकर्ता*✍️✅🇮🇳...
 लेखक - कर विशेषज्ञ, स्तंभकार,साहित्यकार, अंतरराष्ट्रीय लेखक,चिंतक कवि,संगीत माध्यमा,सीए (एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र - 9284141425
<^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^>
±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±
÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷
*संकलन*💐✅🇮🇳...
समता मीडिया सर्व्हिसेस श्रीरामपूर - 9561174111
<^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^><^>
±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±±
÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷

=================================
-----------------------------------------------
:- राज प्रसारित Blog Spot.Com Sociel Mediya Google Network ✍️✅🇮🇳...
Mobile +919730595775...
-----------------------------------------------
=================================


Thursday, November 14, 2024

श्रीरामपूरची काँग्रेस फुटली आहे - सत्यजित कदम




राहुरी तालुक्यातील ३२ गावात आ. कानडे यांच्या प्रचार सभांना मोठा प्रतिसाद

- श्रीरामपूर - प्रतिनिधी -/ वार्ता -
श्रीरामपूरची खरी काँग्रेस आमदार लहू कानडे यांच्या कामामुळे जिवंत होती. आ. कानडे यांनी उपमुख्यमंत्री अजित पवार यांच्या राष्ट्रवादी काँग्रेसमध्ये प्रवेश केल्याने श्रीरामपूरची काँग्रेस फुटली आहे. आता केवळ एका कुटुंबाला मानणारे ठराविक टोळके तेवढे काँग्रेस म्हणून शिल्लक असल्याची टीका देवळाली प्रवरा नगरपरिषदेचे नगराध्यक्ष सत्यजित कदम यांनी केली.

विधानसभा निवडणुकीतील राष्ट्रवादी काँग्रेस (अजित पवार गट) पक्ष व महायुतीचे उमेदवार आमदार लहू कानडे यांच्या प्रचारार्थ राहुरी तालुक्यातील ३२ गावातील तिळापुर, वांजुळपोई, कोपरे, शेणवडगाव, खुडसरगाव, पाथरे खुर्द, मांजरी येथे झालेल्या जाहीर सभेत ते बोलत होते, यावेळी आ. कानडे राष्ट्रवादी काँग्रेसचे राष्ट्रीय सचिव प्रवक्ते अविनाश आदिक, प्रदेश सरचिटणीस अरुण पाटील नाईक, भाजपाचे तालुकाध्यक्ष दीपक पटारे, उद्योजक अंकुश कानडे, अमृत काका धुमाळ, वेणुनाथ कोतकर, अजित कदम, नानासाहेब रेवाळे, राष्ट्रवादी युवक काँग्रेसचे उपाध्यक्ष अँड संदीप चोरगे, दीपक पवार, यावेळी उपस्थित होते.

श्री. कदम म्हणाले, प्रामाणिकपणे भेदभाव न करता सर्वांची कामे करणारे आ. कानडे यांची उमेदवारी नाकारणारे काँग्रेस, आ. कानडे महायुतीच्या घटक असलेल्या राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टीत आपल्या हजारो कार्यकर्त्यांसह सामील झाल्याने श्रीरामपूरची काँग्रेस फुटली आहे. खरी काँग्रेस आ. कानडे यांची कामामुळेच जिवंत होती. आता केवळ एका कुटुंबाला मानणारे ठराविक टोळके तेवढे काँग्रेस म्हणून शिल्लक आहे. त्यामुळे काँग्रेसचा उमेदवार निवडून येणारच नाही, पण त्यांचेच ऐकून त्यांचाच असणारा एक माजी आमदार मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री आणि पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील यांनी आदेश देऊनही बागी उमेदवार म्हणून रिंगणात आहे. महायुतीची मते खाणाऱ्यासाठी काँग्रेसवाल्यांनीच रचलेले हे षडयंत्र आहे. तेव्हा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडवणीस, पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील यांनी जाहीरपणे घोषित केलेले महायुतीचे अधिकृत उमेदवार राष्ट्रवादीचे आ. लहू कानडे यांनाच मतदान करावे, आपली मते वाया घालू नयेत, आमदार आपले प्रश्न सोडवण्यासाठी निवडून द्यायचा असतो, म्हणून ज्यांना हे प्रश्न समजतात, ज्याला शासन प्रशासनाचे ज्ञान आहे व ज्यांनी मागील पाच वर्षात उत्कृष्ट काम केलेले आहे, ते सर्व परिचित आ. कानडे यांना महायुतीचे उमेदवार म्हणून संधी द्यावी, असे आवाहन त्यांनी केले.

आ. कानडे म्हणाले, मायबाप जनतेने विश्वास दाखवून पाच वर्षांपूर्वी आपल्याला संधी दिली. ती जबाबदारी समजून आपण प्रामाणिकपणे काम केले. मतदार संघात बाराशे कोटीहून अधिक रुपयांची विकास कामे केली. त्याचे फळ म्हणून ज्यांची दुकाने बंद झाली, अशांनी कट कारस्थान करून व वरिष्ठ नेत्यांचे कान भरून उमेदवारी कापली. परंतु मुख्यमंत्री अजित पवार, पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील यांनी विचारविनिमय करून राष्ट्रवादी काँग्रेसकडून उमेदवारी दिली. मायबाप जनतेने आपल्याला पुन्हा संधी द्यावी, असे आवाहन त्यांनी केले.

अविनाश आदिक, दीपक पटारे यांनी आपल्या भाषणातून, आ. कानडे व पालकमंत्री विखे यांनी मतदार संघात केलेल्या विकास कामांची माहिती दिली. आ. कानडे निस्वार्थी व प्रामाणिक उमेदवार असल्याने त्यांना मोठ्या मताधिक्याने विजयी करावे, असे आवाहन त्यांनी केले.

यावेळी कोंडाजी विटनोर, अनिल बिडे, सरपंच सौ. आंबेडकर, आशिष बिडगर, पोपट भगत, रामदास भिसे, तुषार विटनोर, भाऊसाहेब थोरात, सोपान विटनोर, काशिनाथ विटनोर, दत्तू विटनोर, राजू बिडकर, अण्णासाहेब विटनोर, कारभारी विटनोर, खंडेराव जाधव, हभप परशुराम जाधव, नारायण टेकाळे, रंगनाथ काळे, शंकर जाधव, डॉ. बाळासाहेब जाधव, परसराम लोखंडे, अजित जाधव, दत्तात्रय जाधव, संजय पवार, दिलावर पठाण, अच्युत जाधव, आप्पासाहेब टेकाळे, अर्जुन पवार, नारायण रिंगे, रामभाऊ सोळुंके, गणेश थेवरकर, आबासाहेब पवार, शरद पवार, मधुकर काशिनाथ पवार, मधुकर यमाजी पवार, भाऊसाहेब गुरसळ, ज्ञानेश्वर निशाणे, आप्पासाहेब देठे, भाऊसाहेब देठे, रामकृष्ण जगताप, जगन्नाथ जगताप, ज्ञानेश्वर घोडके, भगीरथ क्षीरसागर, ऋषिकेश जगताप, भगीरथ जाधव, राजू शिंगाडे, भीमभाऊ दोडके, विशाल जाधव, दत्तात्रय जाधव, शांतीलाल शिंदे, सुरेश मोरे, सतीश जाधव, शांतीलाल वंजारे, दादासाहेब माळी, सुभाष शिंदे, गणेश जाधव आदींसह ग्रामस्थ उपस्थित होते.


=================================
-----------------------------------------------
*वृत्त विशेष सहयोग*✍️✅🇮🇳...
पत्रकार दिपक कदम, श्रीरामपूर 
-----------------------------------------------
=================================

=================================
-----------------------------------------------
*संकलन*💐✅🇮🇳...
समता मीडिया सर्व्हिसेस श्रीरामपूर - 9561174111
-----------------------------------------------
=================================

समाजसेवेच्या नावाखाली राजकारणाचा धंदा करून जनतेला फसविणाऱ्यांनी भ्रष्टाचाराबद्दल बोलू नये – आ. कानडे


- श्रीरामपूर - प्रतिनिधी -/ वार्ता -
गेली बारा वर्षापासून या शहरामध्ये राहतो, परंतु मी ना इथे प्लॉट घेतला ना इमारती बांधल्या. परंतु अनुराधा आदिक नगराध्यक्ष होण्यापूर्वी ज्यांनी जनतेमध्ये जाण्याच्या नावाखाली गोड बोलून प्लॉट हडप केले, याची श्रीरामपूरकरांना चांगली माहिती आहे. शेती महामंडळाच्या वाटप झालेल्या जमिनीमध्ये शहराच्याजवळ सुमारे पन्नास/ शंभर एकर गरीब शेतकऱ्यांच्या जमिनी कोणी खरेदी केल्या, हेही जनतेला सांगितले पाहिजे. समाजसेवेच्या नावाखाली राजकारणाचा धंदा करून ज्यांनी जनतेला फसवले त्यांना भ्रष्टाचाराबद्दल बोलण्याचा अधिकार नाही. शहरासाठी आलेली ६० कोटीची भुयारी गटारी योजना प्रत्यक्षात जमीन नसताना सांडपाणी प्रक्रिया प्रकल्प बांधल्याचे दाखवून कोट्यावधी रुपये हडपले व त्यामुळे त्यांच्यावर गुन्हा दाखल झाला, जे तोंड लपवत फिरले आणि आता जामिनावर बाहेर पडले. त्यांना तर भ्रष्टाचारावर बोलण्याचा मुळीच अधिकार नाही, असे प्रतिपादन आमदार लहू कानडे यांनी केले.

विधानसभा निवडणुकीतील राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष (अजित पवार गट) व महायुतीचे उमेदवार आमदार लहू कानडे यांच्या प्रचारार्थ शहरातील प्रभाग ५ मधील शेळके हॉस्पिटल समोर, प्रभाग ६ मध्ये सरस्वती कॉलनी व प्रभाग १६ मध्ये गौतमनगर अभिजीत यांच्या घरासमोर झालेल्या कॉर्नर सभेत आ. कानडे बोलत होते. राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचे राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ते अविनाश आदिक, माजी नगराध्यक्ष अनुराधा आदिक, राष्ट्रवादीचे तालुकाध्यक्ष कैलास बोर्डे विधानसभा अध्यक्ष किशोर पाटील, राज्य प्रतिनिधी सुनील थोरात, तालुका युवक उपाध्यक्ष ॲड. संदीप चोरगे, माजी नगरसेवक राजेंद्र पानसरे, रवी पाटील, माजी नगरसेविका अर्चना पानसरे, कविता कानडे, भाजपाच्या पूजा चव्हाण, रुबीना पठाण, निलेश भालेराव यावेळी उपस्थित होते.

आ. कानडे म्हणाले, गेल्या पाच वर्षात आपण मतदार संघात सुमारे बाराशे कोटी रुपयांचा निधी आणून विकास कामे केली. कार्यारंभ आदेश आल्याशिवाय उद्घाटने करायची नाही कामाच्या ठिकाणी अंदाजपत्रकांचा फलक लावायचा अशा पद्धतीने पारदर्शक काम करून भ्रष्टाचाराला वाव दिला नाही. या उलट विरोधकांनी नगरपालिकेच्या माध्यमातून ठेकेदारांना मोठे करण्याचे काम केले. कामाचा दर्जा राखला नाही. भुयारी गटार योजनेचे काय झाले तसेच शेती महामंडळाच्या गरीब शेतकऱ्यांच्या जमिनी कोणी हडप केल्या, हे सर्व जनतेला माहित आहे. आपल्या विकास कामात वाटा न मिळाल्याने त्यांनी कटकारस्थान करून आपली उमेदवारी कापली त्यामुळे आपल्या विकास कामांबद्दल तसेच भ्रष्टाचारावर बोलण्याचा त्यांना अधिकार नाही असे ते म्हणाले.

अविनाश आदिक म्हणाले, आ. कानडे यांनी मतदार संघात तसेच माजी नगराध्यक्ष अनुराधा आदिक यांनी नगरपालिकेच्या माध्यमातून शहरात नियमानुसार व पारदर्शकपणे विकास कामे केली. त्यांनी कधीही ठेकेदारांचे हित जोपासले नाही. अशा पद्धतीने काम करणाऱ्या आ. कानडे यांना मोठ्या मताधिक्याने विधानसभेत पाठवावे, असे आवाहन त्यांनी केले. यावेळी राष्ट्रवादी युवक काँग्रेसचे शहराध्यक्ष अभिजीत लिप्टे, माजी नगरसेवक राजेंद्र पवार, रवी पाटील, निलेश भालेराव यांची भाषणे झाली.

यावेळी हंसराज आदिक, नितीन गवारे, निखिल सानप, राधाकिसन पठारे, प्रदीप महांकाळे, विजय पांडागळे, राजू शेजुळ, अनिल महांकाळे, संजय महांकाळे, आकाश मीरपगार, प्रशांत कसबे, दीपक तेलोरे, राहुल बोंबले, रोनित घोरपडे, पप्पू भोसले, मनोज शेळके, नारायण छल्लारे, अनिल चव्हाण, रमेश घुले, वामन चोथे, रामदास देवकाते, रामकिसन देवकाते, रामकिसन वाघ, अब्दुल शेख, सदा कावडे, अनिल देवकर, अक्षय चव्हाण, निलेश शेडे, श्रीराम माळवे, बबन गोरे, प्रकाश चव्हाण, एकनाथ वाघ, रामभाऊ वानखेडे, श्री. डहाळे, श्री. चावरे आदीसह पदाधिकारी, कार्यकर्ते, नागरिक, महिला व उपस्थित होते.

=================================
-----------------------------------------------
*वृत्त विशेष सहयोग*✍️✅🇮🇳...
पत्रकार दिपक कदम, श्रीरामपूर 
-----------------------------------------------
=================================

=================================
-----------------------------------------------
*संकलन*💐✅🇮🇳...
समता मीडिया सर्व्हिसेस श्रीरामपूर - 9561174111
-----------------------------------------------
=================================

मुंबई गोवा राष्ट्रीय महामार्गावरील खरवली फाटा बायपास मार्गाचे अपूर्ण काम अत्यंत धोकादायक आणि गैरसोयीचे*


खरवली कडे जाणाऱ्या बायपास रस्त्याचे काम लवकरात लवकर करावे - नागरिकांची मागणी

- बोरघर - माणगाव - / विश्वास गायकवाड -
मुंबई गोवा राष्ट्रीय महामार्गाच्या चौपदरीकरणाचे काम गेली सतरा वर्षे रखडले आहे. संबंधित राष्ट्रीय महामार्ग चौपदरीकरण कामाच्या ठेकेदाराने आपल्या सोई प्रमाणे या राष्ट्रीय महामार्गाच्या चौपदरीकरणाचे काम अत्यंत धिम्या गतीने सुरू ठेवले आहे. त्यामुळे या राष्ट्रीय महामार्गाची ठिक ठिकाणी अत्यंत दयनीय अवस्था निर्माण झाली आहे. महामार्गावरील अनेक ठिकाणी असलेल्या मोठ मोठ्या खड्ड्यांमुळे आणि डायव्हरसन मुळे या राष्ट्रीय महामार्गावर वेगवेगळ्या ठिकाणी आणि उपरोल्लेखित खरवली फाटा ओपन अंब्रेला हॉटेल समोरील खरवली गावाकडे जाणाऱ्या बायपास मार्गाच्या आसपास भीषण अपघात होऊन अनेक निष्पाप लोकांना, कुटुंबांना आपले अनमोल प्राण गमवावे लागले आहे. 
      मुंबई गोवा राष्ट्रीय महामार्ग हा राज्यातील प्रमुख राष्ट्रीय महामार्गा पैकी एक असून हा महामार्ग मोठ्या रहदारीचा महामार्ग म्हणून ओळखला जातो. देशाच्या उत्तर आणि दक्षिण टोकाला जोडणारा हा राष्ट्रीय महामार्ग शासन, प्रशासन आणि ठेकेदारांच्या अक्षम्य नाकाम वृत्तीमुळे तब्बल सतरा वर्षे प्रलंबित राहिला आहे. या राष्ट्रीय महामार्गाच्या निकृष्ट दर्जाच्या कामा विरोधात आणि प्रलंबित रटाळ चौपदरीकरणाच्या कामा विरोधात मराठी पत्रकार संघाचे विश्वस्त एस.एम. देशमुख यांच्या नेतृत्वाखाली रायगड प्रेस क्लब च्या माध्यमातून अनेक प्रकारची आंदोलने केली, निवेदने दिले मात्र निष्ठूर प्रशासकीय यंत्रणेने आणि संबंधित कामाच्या ठेकेदाराने या कडे वारंवार अक्षम्य दुर्लक्ष केले आहे. त्यामुळे या राष्ट्रीय महामार्गावर अनेक ठिकाणी अनेकदा मोठ मोठे अपघात होऊन अनेक निष्पाप लोकांचे बळी गेले आहेत. 
       मुंबई गोवा राष्ट्रीय महामार्गावर माणगाव कडून मुंबई च्या दिशेने जाताना खरवली फाटा ओपन अंब्रेला हॉटेल समोर साले, उमरोळी, खरवली, चेरवली, पेण, आमडोशी, बोरघर, उसर, चरई, तळेगाव, बोरीचा माळ, म्हसळा, तळा, मुरूड इत्यादी पर्यटनस्थळाकडे जाणारा रस्ता आहे. या जोड रस्त्याकडे जाणाऱ्या वाहन चालकांना जीव धोक्यात घालून महामार्गाच्या पश्चिमेस खरवली कडे जावे लागते. खरवली फाटा या ठिकाणी खरवली कडून माणगाव, इंदापूर कडे येणाऱ्या वाहनांना सदर राष्ट्रीय महामार्ग क्रॉस करण्यासाठी महामार्गाच्या खाली मोठी मोरी तथा सबवे ची व्यवस्था केली आहे. मात्र माणगाव कडून खरवली कडे जाणाऱ्या वाहनांना जाण्यासाठी सोयीस्कर असलेल्या पश्चिमेकडील बायपासचे काम अद्याप अपूर्ण ठेवले असल्याने या ठिकाणी वाहन चालकांची मोठी गैरसोय होते. कारण या ठिकाणी ठेकेदाराने खरवली कडे जाणाऱ्या बायपास मार्गाचे काम अद्याप केलेले नाही. त्यामुळे महामार्गावरून भरदाव येणारे वाहन चालक अचानक खरवली फाट्यावर आल्यावर खरवली कडे जाण्यासाठी वाहनाची गती कमी करतो त्यामुळे मागून भरधाव येणाऱ्या वाहन चालकांना आपल्या वाहनाचा वेग कमी करण्यासाठी मोठी कसरत करावी लागते. या मुळे या ठिकाणी अपघात होण्याची शक्यता नाकारता येत नाही. त्यामुळे संबंधित ठेकेदाराने या समस्येवर मात करण्यासाठी लवकरात लवकर या ठिकाणच्या बायपास चे काम शीघ्र गतीने करावे अशी नागरिकांकडून मागणी केली जात आहे.

=================================
-----------------------------------------------
*संकलन*✍️✅🇮🇳...
समता मीडिया सर्व्हिसेस श्रीरामपूर - 9561174111
-----------------------------------------------
=================================


Wednesday, November 13, 2024

राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष मुस्लिमांना नोकरी व शिक्षणात आरक्षण देण्याबाबत सकारात्मक - इद्रिस नायकवाडी


- श्रीरामपूर - प्रतिनिधी -/ वार्ता -
राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष शाहू, फुले,आंबेडकर यांच्या विचारांवर चालणारा पक्ष आहे. म्हणूननच उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार यांनी विधिमंडळात मुस्लिम समाजाला प्रतिनिधीत्व दिले आहे. राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष हा मुस्लिमांना नोकरी व शिक्षणात आरक्षण देण्याबाबत सकारात्मक आहे, राष्ट्रवादी काँग्रेस आणि महायुतीचे उमेदवार आमदार लहू कानडे हे सुध्दा घर्मनिरपेक्ष व पुरोगामी विचारांवर काम करणारे व्यक्तिमत्व आहे. त्यामुळे अशा धर्मनिरपेक्ष विचाराच्या नेतृत्वाखालील श्रीरामपूर विधानसभेचे राष्ट्रवादी काँग्रेसचे उमेदवार आ. कानडे यांना प्रचंड मताधिक्याने विजयी करून विधानसभेत पाठवावे, असे आवाहन राष्ट्रवादी अल्पसंख्यांक आघाडीचे प्रदेशाध्यक्ष आमदार इद्रिस नायकवाडी यांनी केले.

श्रीरामपूर विधानसभा मतदारसंघातील राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष व महायुतीचे उमेदवार आमदार लहू कानडे यांच्या प्रचारार्थ शहरातील वार्ड नंबर २ मधील मौलाना आझाद चौक येथे झालेल्या जाहीर सभेत ते बोलत होते. माजी नगरसेवक मुख्तार शहा अध्यक्षस्थानी होते. यावेळी प्रदेश उपाध्यक्ष सचिव हसीन शेख, राष्ट्रवादी काँग्रेसचे राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ते अविनाश आदिक, माजी नगराध्यक्ष अनुराधा आदिक, राष्ट्रवादी अल्पसंख्यांक सेलचे जिल्हाध्यक्ष साजिद मिर्झा, कुरेशी समाजाचे अध्यक्ष मेहबूब कुरेशी, राष्ट्रवादी काँग्रेसचे प्रदेश सरचिटणीस अरुण पाटील नाईक, तालुकाध्यक्ष कैलास बोर्डे, भाजपाचे तालुकाध्यक्ष दीपक पटारे, हिंदू एकता आंदोलन पक्षाचे प्रदेशाध्यक्ष सुदर्शन शितोळे आदीसह मान्यवर उपस्थित होते.

नायकवाडी म्हणाले, उपमुख्यमंत्री पवार यांनी आपल्या समाजाच्या विकासासाठी आपल्या विचाराची माणसे सत्तेत जाणे आवश्यक आहे. राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाच्या माध्यमातून उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार यांनी मुस्लिम समाजाला सत्तेत प्रतिनिधीत्व दिले. अल्पसंख्यांक संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (मार्टी) ची स्थापना करून मौलाना आझाद अल्पसंख्याक आर्थिक विकास महामंडळास बाराशे कोटीपेक्षा जास्त निधी उपलब्ध करून दिला आहे. त्यामुळे मुस्लिम समाजाने काम करणारे नेतृत्व ओळखावे असे आवाहन त्यांनी केले.

आ. कानडे म्हणाले, पाच वर्षांपूर्वी मायबाप मतदारांनी लोकप्रतिनिधी म्हणून सेवा करण्याची संधी दिली. ती जबाबदारी समजून आपण भेदभाव न करता प्रामाणिकपणे काम केले. जे जे प्रश्न लोकांनी आणले ते सोडवण्याचा प्रयत्न केला वार्ड नंबर २ मध्ये सात कोटीहून अधिक रुपयांची विकास कामे केली. मतदारसंघात १२०० कोटी रुपयांचा विकास निधी आणला पाच वर्षांपूर्वी काँग्रेसचा आमदार पळून गेला. काँग्रेसकडे उमेदवार नव्हता. त्या संकट काळात आपल्याला उमेदवारी दिली. आपण एकनिष्ठ व प्रामाणिकपणे पक्षासाठी काम केले. परंतु मला धोका मिळाला. त्यांच्या म्हणण्याप्रमाणे वागलो नाही म्हणून षडयंत्र रचले गेले. पक्षाच्या नेतृत्व या कट कारस्थानला बळी पडले. ठराविक घराण्याची इच्छा पूर्ण करण्यासाठी आपले उमेदवारी नाकारली. परंतु उपमुख्यमंत्री अजित पवार पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे यांनी आपल्या पाठीशी उभे राहत राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाकडून उमेदवारी दिली. कटकारस्थान रचनाऱ्यांना धडा शिकवण्यासाठी आपल्याला पुन्हा संधी द्यावी, असे आवाहन त्यांनी केले.

यावेळी अविनाश आदिक यांनी, आ. कानडे यांनी या भागात सात कोटी पेक्षा अधिक रुपयांची विकास कामे केली आहेत. कोट्यावधी रुपयांची विकास कामे करूनही काँग्रेसने त्यांना उमेदवारी नाकारली. परंतु आता ते राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचे व महायुतीचे उमेदवार असून त्यांना मताधिक्याने विजयी करावे, असे आवाहन केले. या भागात केलेल्या विकास कामांमुळे सर्व मुस्लिम समाज तुमच्याबरोबर असून या भागातून मोठे मताधिक्य देऊ, अशी ग्वाही माजी नगरसेवक मुक्तार शहा यांनी यावेळी दिली. यावेळी याकूब शहा, आदिल मखदूबी यांची भाषणे झाली. भटक्या विमुक्त समाजाचे नेते मल्लू शिंदे यांनी प्रास्ताविक करून सूत्रसंचालन केले.

यावेळी माजी नगरसेवक रवींद्र गुलाटी, राजेश अलघ, सलीम शेख, मोहम्मद शेख, भाऊसाहेब मुळे, राजेंद्र पवार, अल्तमश पटेल, अशोक कानडे, माजी नगरसेविका अर्चना पानसरे, जयश्री शेळके, सायरा शहा, कविता कानडे, राष्ट्रवादी युवक काँग्रेसचे प्रदेश सचिव फारूक पटेल, राज्य प्रतिनिधी विश्वनाथ आवटी, सुनील थोरात, विधानसभा अध्यक्ष किशोर पाटील बकाल, शहराध्यक्ष अभिजीत लिप्टे, शहर उपाध्यक्ष सैफ शेख, युवक जिल्हा कार्याध्यक्ष माजी नगरसेवक अल्तमश पटेल, माजी नगरसेवक नजीर मुलानी, तालुका युवक उपाध्यक्ष ॲड. संदीप चोरगे, युवक शहर उपाध्यक्ष तौफिक शेख, गुरुचरण सिंग भाटियानी महिला तालुकाध्यक्ष मंदाताई गवारे, युवती जिल्हाध्यक्ष प्रियंका जनवेजा, रुबीना पठाण, तसेच प्रा. कार्लस साठे, राजेंद्र कोकणे, बंडोपंत बोडखे, जयकर मगर. अक्षय नाईक, फिरोज शहा, एजाज दारूवाला, अहमद शहा, मुदस्सर शेख, जावेद तांबोळी, अब्दुल मणियार, बागवान, नदीम तांबोळी, अब्दुल मणियार, दिशान शेख, फिरोज पठाण, इफ्तेकार शेख आदींसह राष्ट्रवादी काँग्रेसचे पदाधिकारी कार्यकर्ते व मुस्लिम समाज बांधव महिला मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.

=================================
-----------------------------------------------
*संकलन*✍️✅🇮🇳...
समता मीडिया सर्व्हिसेस श्रीरामपूर - 9561174111
-----------------------------------------------
=================================

मौलाना आझाद व्याख्यानमाला पहिले पुष्प


मौलाना आझाद यांनी शिक्षणाला राष्ट्रीय प्रवाहाचे साधन म्हणून अंमलात आणले - प्रा.डॉ.महेबुब सय्यद* 

- नगर - प्रतिनिधी -/ वार्ता -
भारताचे पहिले शिक्षणमंत्री मौलाना आझाद यांनी देशाची शैक्षणिक प्रगती व तरुणांना प्रशिक्षणाच्या गरजा लक्षात घेऊन त्यांनी शैक्षणिक धोरण आखले. शिक्षणाला राष्ट्रीय प्रवाहाचे साधन म्हणून त्यांनी अंमलात आणले. व त्यामुळे शिक्षण क्षेत्रात मोठी क्रांती होऊन शिक्षणाचे दारे सर्वांसाठी खुली झाली. त्यामुळे शिक्षण विस्ताराचे जनक म्हणून त्यांच्याकडे पाहिले जाते, शिक्षणाचे महत्व विशद करतांना संसदेत मौलाना आझाद म्हणाले होते की, देशाचे अंदाजपत्रकात शिक्षणाला महत्वाचे स्थान देणे गरजेचे आहे. अन्न, वस्त्रानंतर शिक्षणाचा क्रम लावला पाहिजे. त्यांचे असे मत होते की, देशाच्या पंचवार्षिक योजनेचा हेतू केवळ शेती, उद्योग, वीज, दळणवळणाची साधने यांची प्रगती एवढाच असू नये तर देशाच्या नवीन पिढीची जडण घडण योग्य प्रकारे होण्यासाठी शिक्षणाकडेही तेवढेच लक्ष दिले पाहिजे. म्हणूनच सुरुवातीच्या काळात देशाचे शैक्षणिक बजेट २ कोटीचे होते. ते १९५८ साली ३० कोटींचे झाले. शैक्षणिक विकासासाठी त्यांनी ठोस पाऊले उचचली. अनेक नविन शैक्षणिक संस्था निर्माण करुन विकसित केल्या.
१९२३ साली अवघ्या ३५ व्या वर्षी ते काँग्रेस पक्षाचे सर्वात तरुण अध्यक्ष बनले. धारासना सत्याग्रहाचे ते प्रमुख क्रांतीकारक होते. पुढे १९४० - ४५ या काळात सलग सहा वर्षे ते काँग्रेस पक्षाचे अध्यक्ष राहिले. त्यांच्याच काळात १९४२ चे अंग्रेजो भारत छोडो ही चळवळ उभी राहिली. स्वातंत्र्यासाठी एकूण साडे सात वर्षे त्यांनी कारावास भोगला. स्वातंत्र्य लढ्यात सर्वाधिक काळ कारावास भोगण्याचा उच्चांक त्यांच्या नावावर आहे. त्यांच्या आयुष्यातील सरासरी आठवड्यातील एक दिवस कारावासात गेला आहे. असे नमूद केले. 
मौलाना अबुल कलाम आझाद यांच्या 137 व्या जयंतीनिमित्त मखदुम सोसायटीच्यावतीने आयोजित कौमी एकता सप्ताह मध्ये मुकुंदनगर येथील मौलाना आझाद उर्दु मुलींचे हायस्कुल मध्ये डॉ.महेबुब सय्यद यांचे व्याख्यान आयोजित करण्यात आले होते. याप्रसंगी मोहम्मदीया एज्युकेशन सोसायटीचे संस्थापक व प्रमुख कार्यवाह प्रा डॉ अब्दुस सलाम सर, मखदूम सोसायटीचे अध्यक्ष आबीद दूल्हेखान, सचिव डॉ कमर सुरुर, संचालक राजुभाई शेख, डॉ शमा फारुकी, प्राचार्या फरहाना सय्यद, हसीब शेख, फरीदा जहागिरदार आदी उपस्थित होते.
कार्यक्रमाचे प्रास्तविक डॉ कमर सुरुर यांनी तर सूत्रसंचालन अंजुम खान यांनी केले. आभार यास्मिन शेख यांनी मानले. 

=================================
-----------------------------------------------
*वृत्त विशेष सहयोग*✍️✅🇮🇳...
ज्येष्ठ पत्रकार आबीद खान,अ.नगर
-----------------------------------------------
=================================

=================================
-----------------------------------------------
*संकलन*💐✅🇮🇳...
समता मीडिया सर्व्हिसेस
श्रीरामपूर - ९५६११७४१११
-----------------------------------------------
=================================